tag:blogger.com,1999:blog-4994822875259141946.post2586301546003201281..comments2023-07-03T08:37:39.742-07:00Comments on विचारार्थ: दुर्घटना या विफलता ?राजकिशोरhttp://www.blogger.com/profile/07591365278039443852noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4994822875259141946.post-33902270647901676302010-07-02T12:47:22.633-07:002010-07-02T12:47:22.633-07:00मेरा आग्रह स्वीकार करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।
...मेरा आग्रह स्वीकार करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।<br />भोपाल गैसकांड में एंडरसन को लेकर अभी तक जो निकलकर आया है उसमें तत्कालीन कांग्रेस सरकार(राज्य और केंद्र दोनों) दोषी हैं। गैस कांड से पहले मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने एक एनजीओ के नाम पर लाखों रुपये लिए थे। आखिर जिसका पैसा सरकारें खा रही हैं उसके प्रति वफादारी का फर्ज तो बनता है ना। एंडरसन भागा नहीं उसे भगाया गया। यह सिस्टम का फेल्योर नहीं था बल्कि एक रणनीति के तहत एंडरसन को सुरक्षित अमेरिका पहुंचाया गया। सबसे दुख और चिंता की बात यह है कि देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कनाडा में कहते हैं कि एंडरसन के प्रत्यर्पण के लिए प्रयास किया जाएगा। आखिर ये सरकारें किसको बेवकूफ समझ रही हैं। मनमोहन सिंह को अगर गैस पीड़ितों की इतनी ही चिंता थी तो अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से इस बारे में बात कर सकते थे। जब गए तो बात नहीं किए अब कह रहे हैं कि प्रत्यर्पण की कोशिश करेंगे। दरअसल पूरा का पूरा सिस्टम ध्वस्त हो गया है। बस कहने को केंद्र सरकार है, राज्य सरकार है। देश में कानून व्यवस्था है। देश में न्यायपालिका है। सब लूटने में लगे हैं।santosh rainoreply@blogger.com