tag:blogger.com,1999:blog-4994822875259141946.post3238233609488094696..comments2023-07-03T08:37:39.742-07:00Comments on विचारार्थ: नेपाल में परिवर्तनराजकिशोरhttp://www.blogger.com/profile/07591365278039443852noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4994822875259141946.post-65728282458799558922008-05-05T09:20:00.000-07:002008-05-05T09:20:00.000-07:00भारत की वर्तमान सरकार नेपाल को पश्चिमी साम्रज्यवाद...भारत की वर्तमान सरकार नेपाल को पश्चिमी साम्रज्यवादी शक्तियो की नजर से देखती है. भारत की वर्तमान सत्ता पर भारत विरोधी बैठे है. भारत मे बहुत कम लोग नेपाल को ठीक से समझते होंगे. युरोप-अमेरिका की साम्रज्यवादी ताकते नेपाल को दक्षिण एसिया के राज्यो तथा भारत-चीन मे दुश्मनी एवम द्वन्द पैदा करने के केन्द्र के रुप मे इस्तमोल करना चाहता है. अगर दक्षिण एसिया मे शांती स्थापित न हुई तो इस क्षेत्र के राज्य कभी भी गरीबी से मुक्त नही हो पाएगे. हमारी साझा संस्क्रुति हमारी एकता का आधार है. हमे इसे समझना होगा. दक्षिण एसिया को एक राष्ट्र – एक संघ मे सुत्रबद्ध करना हमारी चुनौती है. पार्टीयो के चेहरे तथा हृदय की सच्चाइयो मे अंतर है, कास मै लोगो को जल्द असलियत समझा पाता. खैर देर या जल्दी सभी को समझना तो होगा ही.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4994822875259141946.post-91381476666663734972008-05-04T07:55:00.000-07:002008-05-04T07:55:00.000-07:00यदि नेपाल की माओवादी पार्टी अपने कार्यक्रम को नेपा...यदि नेपाल की माओवादी पार्टी अपने कार्यक्रम को नेपाल की सामाजिक आर्थिक स्थिति का सही मूल्यांकन करते हुए चलाती है, तो कोई परेशानी सामने नहीं आने वाली है। लेकिन यदि मूल्यांकन में गलती हुई तो परेशानी हो सकती है। जनतंत्र को तो अपनाना होगा। रहा सवाल पार्टी में लोकतंत्र का तो वह भारत में है क्या किसी पार्टी में?दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com